Previous Year Hindi Questions : SSC GD Constable 2022 [23/01/2023, 1st Shift]

यहाँ पर आपके लिए SSC GD Constable Exam 2022 के हिंदी विषय के प्रश्न उपलब्ध करवाये गये हैं। ये सभी प्रश्न 23 जनवरी 2023 की पहली शिफ्ट में पूछे गए हैं।

  Previous Year Hindi Questions : SSC GD Constable 2022 [17/01/2023, 4th Shift]

1. निम्न वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति उपयुक्त संज्ञा शब्द से करें।

जीवन में ______ होना अति आवश्यक है।

2. निम्नलिखित मुहावरे के लिए उपयुक्त अर्थ क्या होगा?

उल्टी गंगा बहाना

3. नीचेदिए गए वाक्य में रेखांकित अंश के स्थान पर सबसे उपयुक्त विकल्प कौन-सा होगा?

हमें अपने माता-पिता की शुश्रूषा करनी चाहिए।

4. ‘कौरवों के चक्रव्यूह के कारण अल्पायु में अभिमन्यु को वीरगति मिली।’ वाक्य में प्रयुक्त 'अल्पायु' का
विलोम शब्द होगा-

5. निम्न वाक्य में रेखांकित शब्द के स्थान पर सर्वोचित विकल्प चुनिए। सूखा पड़ गया है, इसलिए इस बार हरियाली कम है।

6. निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए उपयुक्त शब्द का चयन विकल्पों में से कीजिए।

बिजली की तरह चमकने वाला

7. निम्नलिखित वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द चुनिए।

दूसरों का भला चाहने वाला

8. ‘महाभारत के युद्ध में कृष्ण ने कौरवों की मदद के लिए ग्यारह अक्षोहिणी सेनाएं दी थीं।' वाक्य में अशुद्ध वर्तनी वाला शब्द निम्न में से कौन सा है?

9. निम्नलिखित शब्द के सही वर्तनी वाले पर्यायवाची शब्द का चयन कीजिए।

किरण

10. नीचे दिए गए मुहावरे में रेखांकित अंश के स्थान पर सबसे उपयुक्त विकल्प कौन-सा होगा?

‘एक और एक बारह होना’

11. उसने तरह – तरह के चमड़े के जूते खरीदे।

उपरोक्त वाक्य का शुद्ध रूप क्या होगा?

12. निम्न में से किस वाक्य में ‘अचल’ के सही पर्यायवाची शब्द का प्रयोग हुआ है? 

13. निम्न विकल्पों में से अशुद्ध योगरूढ़ संज्ञा शब्द क्रम पहचानिए।

14. ‘जिसे जीता न जा सके’ वाक्यांश के लिए उचित शब्द बताइए

15. निम्नलिखित वाक्य में रेखांकित शब्द का विलोम बताइए।

दिनकर समाज के लिए ‘परमार्थ’ का कार्य करता है।

16. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।

संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात्  उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा  परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।

‘बुद्धिमती’ के पुंल्लिंग शब्द से रिक्त स्थान 1 की पूर्ति कीजिए।

17. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।

संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात्  उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा  परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।

‘दौलत’ के पर्यायवाची शब्द से रिक्त स्थान 2 की पूर्ति कीजिए।

18. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।

संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात्  उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा  परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।

निम्न विकल्पों में से उपयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द से रिक्त स्थान 3 की पूर्ति कीजिए।

19. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।

संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात्  उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा  परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।

निम्न विकल्पों में से उपयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द से रिक्त स्थान 4 की पूर्ति कीजिए।

20. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।

संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात्  उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा  परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।

 उपयुक्त संधि शब्द से रिक्त स्थान 5 की पूर्ति कीजिए।


 

  Previous Year Hindi Questions : SSC GD Constable 2022 [23/01/2023, 2nd Shift]
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