18. प्रश्न 1 से 5 तक के उत्तर निम्नांकित गद्यावतरण के आधार पर दीजिए।
संसार के समस्त जीवों में मनुष्य को श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि वह अन्य जीवों की अपेक्षा अधिक 1. _______ और विवेकशील है। वह केवल वर्तमान की ही नहीं सोचता बल्कि भविष्य के बारे में विचार करता है। वह केवल अपनी ओर ध्यान नहीं देता वरन् दूसरों का भी खयाल रखता है। उसमें उचित और अनुचित का ज्ञान कराने वाली बुद्धि होती है। इसी आधार पर बुद्धि के दो पक्ष हैं : एक सुबुद्धि और दूसरी दुर्बुद्धि। सुबुद्धि की बड़ी महिमा है। इसी को सुमति अर्थात् अच्छी मति भी कहा जाता है। जब तक मनुष्य में सुमति रहती है तब तक उसमें अच्छे – बुरे का विवेक भी होता है। जब वह सुमति से हटकर कुमति या दुर्बुद्धि में आ जाता है तब वह बुरे एवं अनुचित कार्य में लग जाता है। सुमति के द्वारा 2. _______ की भी प्राप्ति होती है अर्थात् उसे धन, सम्मान, स्त्री, पुत्र आदि का सुख मिलता है। इन सभी की प्राप्ति विवेक अथवा सुबुद्धि द्वारा संभव है। जो लोग मिल – जुलकर और 3. _______ से कार्य करते हैं उन पर लक्ष्मी की कृपा रहती है। उन्हें सभी की ओर से आदर मिलता है। इससे उनमें ऐसी शक्ति पैदा होती है जिससे वे देश, जाति और परिवार को गौरवमय बनाते हैं। सुमति ही सफलता की जननी है। जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी बुद्धि पर विश्वास रखता है तथा परिश्रम, ईमानदारी और विवेक से काम करता है। सभी का आदर करना, बड़ों के प्रति अप्रिय न बोलना, सभी से
नम्र और 4. _______ बने रहना सुमति के अंतर्गत आते हैं। जहाँ सुमति नहीं रहती वहाँ दंभ, अहंकार, क्रोध और अधैर्य का साम्राज्य रहता है। सुमति – हीन लोगों से संपत्ति भी 5. _______ दूर रहती है और वे विपत्तियों में घिरे रहते हैं।
निम्न विकल्पों में से उपयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द से रिक्त स्थान 3 की पूर्ति कीजिए।