Previous Year Hindi Questions : SSC GD Constable 2022 [17/01/2023, 1st Shift]

यहाँ पर आपके लिए SSC GD Constable Exam 2022 के हिंदी विषय के प्रश्न उपलब्ध करवाये गये हैं। ये सभी प्रश्न 17 जनवरी 2023 की पहली शिफ्ट में पूछे गए हैं।

  Previous Year Hindi Questions : SSC GD Constable 2022 [16/01/2023, 4th Shift]

1. निम्न वाक्य में त्रुटि पहचानकर वाक्य शुद्ध कीजिए। चतुर से काम करे तो सफलता अवश्य मिलती है।

2. तपस्वी ने बहुत तपने के पश्चात यह सिद्धि प्राप्त की है।

वाक्य के रेखांकित शब्द के स्थान पर भाववाचक संज्ञा शब्द होगा

3. विकल्पों में दिए गए किस वाक्य में निम्न शब्द के सही पर्यायवाची शब्द का प्रयोग किया गया है?

पंडित 

4. निम्नलिखित मुहावरे के उपयुक्त अर्थ का चयन विकल्पों में से कीजिए।

धज्जियां उड़ाना

5. इस साल व्यापार में बहुत लाभ हुआ।

उपरोक्त वाक्य में रेखांकित शब्द के विलोम शब्द का चयन विकल्पों में से कीजिए।

6. निम्नलिखित वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द क्या होगा?

जो व्यक्ति दूर की बात सोचता है

7. निम्नलिखित अर्थ को व्यक्त करने वाले मुहावरे का चयन विकल्पों में से कीजिए।

बहुत खुश होना

8. निम्न में से कौन-सा शब्द ‘जानकी’ का पर्यायवाची नहीं है?

9. ‘शहर का आधा भाग_________चुका है।’ इस वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति उपयुक्त वाक्य-खंड द्वारा कीजिए।

10. निम्नलिखित वाक्य में रेखांकित शब्द के विलोम शब्द का प्रयोग करके रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।

यदि उन्नति उचित दिशा मेंन हो तो वह ________ का कारण बनती है।

11. दिए गए वाक्यांश के लिए सार्थक शब्द बताइए।

जो काम सेजी चुराता हो

12. निम्नलिखित वाक्य के किस शब्द में अशुद्धि है?\

उनकी दृष्टि शुन्य आकाश की ओर थी।

13. निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य कौन सा है?

14. लोग रंगीन चाँदनी में नौका विहार का आनंद ले रहे थे।

उपरोक्त वाक्य में रेखांकित शब्द के स्थान पर सर्वोचित शब्द का चयन विकल्पों में से कीजिए।

15. नीचे दिए शब्द के लिए उचित वाक्यांश दिए गए विकल्पों में से चुनिए।

गोचर

16. नीचे पूछे गए प्रश्न संख्या 1-5 के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

विदेशी भाषाओं या दूसरों की भाषाओं को पढ़ने से पहले अपनी राष्ट्रभाषा और (1) ______ का ज्ञान नितांत आवश्यक है। अपनी भाषा में हृदय बोलता है, इससे माँ की ममता, राष्ट्रीय संबंधों का माधुर्य और अपने को जानने–पहचानने की सरलता रहती है। अपनी भाषा में अपनापन रहता है। इसके लिए हमें विशेष श्रम नहीं करना पड़ता, व्यर्थ की (2) ______ और समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती। हिंदी हमारी मातृभाषा है। इसलिए इसके व्यवहार में हमें जितनी सहजता और सुविधा का बोध होता है, उतनी सहजता और सुविधा का बोध विदेशी भाषाओं में नहीं होता। कारण यह है कि हिंदी हम घर – बाहर सभी जगह बोलते हैं, इसी में हम अपने मन में बातें सोचते हैं, किसी (3) ______ भाषा में नहीं। इसीलिए भाषा हर तरह की शिक्षा का माध्यम होती है, चाहे वह अन्य किसी भाषा की शिक्षा हो या कला कारीगरों की। अगर हम कोई विदेशी भाषा सीखते हैं तो अपनी मातृभाषा के माध्यम से ही। इसलिए अब हम किसी दूसरी सीखी हुई भाषा को बोलते हैं, तो मातृभाषा में मन में जो हम सोचते हैं, वह उसी का (4) ______ होता है। इसलिए इसके बिना हम रह नहीं सकते। यह हमारे दैनिक जीवन के साथ (5) ______ है। जैसे – दूध में पानी घुला होता है उसी तरह मातृभाषा में भी हमारी माँका संस्कार, उसका प्यार और मिठास है। अतः अपनी भाषा सर्वोपरि है। भाषाओं के अध्ययन में इसी का सबसे ऊँचा स्थान है। यही कारण है कि सभी सभ्य देशों में शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जाती है।

विकल्पों में से उपयुक्त शब्द का चयन कर रिक्त स्थान (1) की पूर्ति कीजिए।

17. नीचे पूछे गए प्रश्न संख्या 1-5 के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

विदेशी भाषाओं या दूसरों की भाषाओं को पढ़ने से पहले अपनी राष्ट्रभाषा और (1) ______ का ज्ञान नितांत आवश्यक है। अपनी भाषा में हृदय बोलता है, इससे माँ की ममता, राष्ट्रीय संबंधों का माधुर्य और अपने को जानने–पहचानने की सरलता रहती है। अपनी भाषा में अपनापन रहता है। इसके लिए हमें विशेष श्रम नहीं करना पड़ता, व्यर्थ की (2) ______ और समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती। हिंदी हमारी मातृभाषा है। इसलिए इसके व्यवहार में हमें जितनी सहजता और सुविधा का बोध होता है, उतनी सहजता और सुविधा का बोध विदेशी भाषाओं में नहीं होता। कारण यह है कि हिंदी हम घर – बाहर सभी जगह बोलते हैं, इसी में हम अपने मन में बातें सोचते हैं, किसी (3) ______ भाषा में नहीं। इसीलिए भाषा हर तरह की शिक्षा का माध्यम होती है, चाहे वह अन्य किसी भाषा की शिक्षा हो या कला कारीगरों की। अगर हम कोई विदेशी भाषा सीखते हैं तो अपनी मातृभाषा के माध्यम से ही। इसलिए अब हम किसी दूसरी सीखी हुई भाषा को बोलते हैं, तो मातृभाषा में मन में जो हम सोचते हैं, वह उसी का (4) ______ होता है। इसलिए इसके बिना हम रह नहीं सकते। यह हमारे दैनिक जीवन के साथ (5) ______ है। जैसे – दूध में पानी घुला होता है उसी तरह मातृभाषा में भी हमारी माँका संस्कार, उसका प्यार और मिठास है। अतः अपनी भाषा सर्वोपरि है। भाषाओं के अध्ययन में इसी का सबसे ऊँचा स्थान है। यही कारण है कि सभी सभ्य देशों में शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जाती है।

निम्नलिखित विकल्पों में से स्त्रीलिंग शब्द का चयन कर रिक्त स्थान (2) की पूर्ति कीजिए।

18. नीचे पूछे गए प्रश्न संख्या 1-5 के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

विदेशी भाषाओं या दूसरों की भाषाओं को पढ़ने से पहले अपनी राष्ट्रभाषा और (1) ______ का ज्ञान नितांत आवश्यक है। अपनी भाषा में हृदय बोलता है, इससे माँ की ममता, राष्ट्रीय संबंधों का माधुर्य और अपने को जानने–पहचानने की सरलता रहती है। अपनी भाषा में अपनापन रहता है। इसके लिए हमें विशेष श्रम नहीं करना पड़ता, व्यर्थ की (2) ______ और समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती। हिंदी हमारी मातृभाषा है। इसलिए इसके व्यवहार में हमें जितनी सहजता और सुविधा का बोध होता है, उतनी सहजता और सुविधा का बोध विदेशी भाषाओं में नहीं होता। कारण यह है कि हिंदी हम घर – बाहर सभी जगह बोलते हैं, इसी में हम अपने मन में बातें सोचते हैं, किसी (3) ______ भाषा में नहीं। इसीलिए भाषा हर तरह की शिक्षा का माध्यम होती है, चाहे वह अन्य किसी भाषा की शिक्षा हो या कला कारीगरों की। अगर हम कोई विदेशी भाषा सीखते हैं तो अपनी मातृभाषा के माध्यम से ही। इसलिए अब हम किसी दूसरी सीखी हुई भाषा को बोलते हैं, तो मातृभाषा में मन में जो हम सोचते हैं, वह उसी का (4) ______ होता है। इसलिए इसके बिना हम रह नहीं सकते। यह हमारे दैनिक जीवन के साथ (5) ______ है। जैसे – दूध में पानी घुला होता है उसी तरह मातृभाषा में भी हमारी माँका संस्कार, उसका प्यार और मिठास है। अतः अपनी भाषा सर्वोपरि है। भाषाओं के अध्ययन में इसी का सबसे ऊँचा स्थान है। यही कारण है कि सभी सभ्य देशों में शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जाती है।

‘स्वदेशी’ के विलोम शब्द से रिक्त स्थान (3) की पूर्ति कीजिए।

19. नीचे पूछे गए प्रश्न संख्या 1-5 के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

विदेशी भाषाओं या दूसरों की भाषाओं को पढ़ने से पहले अपनी राष्ट्रभाषा और (1) ______ का ज्ञान नितांत आवश्यक है। अपनी भाषा में हृदय बोलता है, इससे माँ की ममता, राष्ट्रीय संबंधों का माधुर्य और अपने को जानने–पहचानने की सरलता रहती है। अपनी भाषा में अपनापन रहता है। इसके लिए हमें विशेष श्रम नहीं करना पड़ता, व्यर्थ की (2) ______ और समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती। हिंदी हमारी मातृभाषा है। इसलिए इसके व्यवहार में हमें जितनी सहजता और सुविधा का बोध होता है, उतनी सहजता और सुविधा का बोध विदेशी भाषाओं में नहीं होता। कारण यह है कि हिंदी हम घर – बाहर सभी जगह बोलते हैं, इसी में हम अपने मन में बातें सोचते हैं, किसी (3) ______ भाषा में नहीं। इसीलिए भाषा हर तरह की शिक्षा का माध्यम होती है, चाहे वह अन्य किसी भाषा की शिक्षा हो या कला कारीगरों की। अगर हम कोई विदेशी भाषा सीखते हैं तो अपनी मातृभाषा के माध्यम से ही। इसलिए अब हम किसी दूसरी सीखी हुई भाषा को बोलते हैं, तो मातृभाषा में मन में जो हम सोचते हैं, वह उसी का (4) ______ होता है। इसलिए इसके बिना हम रह नहीं सकते। यह हमारे दैनिक जीवन के साथ (5) ______ है। जैसे – दूध में पानी घुला होता है उसी तरह मातृभाषा में भी हमारी माँका संस्कार, उसका प्यार और मिठास है। अतः अपनी भाषा सर्वोपरि है। भाषाओं के अध्ययन में इसी का सबसे ऊँचा स्थान है। यही कारण है कि सभी सभ्य देशों में शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जाती है।

‘किसी के कहने के बाद कहना’ इस वाक्यांश के लिए उपयोग किए जाने वाले एक शब्द से रिक्त स्थान (4) की पूर्ति कीजिए।

20. नीचे पूछे गए प्रश्न संख्या 1-5 के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

विदेशी भाषाओं या दूसरों की भाषाओं को पढ़ने से पहले अपनी राष्ट्रभाषा और (1) ______ का ज्ञान नितांत आवश्यक है। अपनी भाषा में हृदय बोलता है, इससे माँ की ममता, राष्ट्रीय संबंधों का माधुर्य और अपने को जानने–पहचानने की सरलता रहती है। अपनी भाषा में अपनापन रहता है। इसके लिए हमें विशेष श्रम नहीं करना पड़ता, व्यर्थ की (2) ______ और समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती। हिंदी हमारी मातृभाषा है। इसलिए इसके व्यवहार में हमें जितनी सहजता और सुविधा का बोध होता है, उतनी सहजता और सुविधा का बोध विदेशी भाषाओं में नहीं होता। कारण यह है कि हिंदी हम घर – बाहर सभी जगह बोलते हैं, इसी में हम अपने मन में बातें सोचते हैं, किसी (3) ______ भाषा में नहीं। इसीलिए भाषा हर तरह की शिक्षा का माध्यम होती है, चाहे वह अन्य किसी भाषा की शिक्षा हो या कला कारीगरों की। अगर हम कोई विदेशी भाषा सीखते हैं तो अपनी मातृभाषा के माध्यम से ही। इसलिए अब हम किसी दूसरी सीखी हुई भाषा को बोलते हैं, तो मातृभाषा में मन में जो हम सोचते हैं, वह उसी का (4) ______ होता है। इसलिए इसके बिना हम रह नहीं सकते। यह हमारे दैनिक जीवन के साथ (5) ______ है। जैसे – दूध में पानी घुला होता है उसी तरह मातृभाषा में भी हमारी माँका संस्कार, उसका प्यार और मिठास है। अतः अपनी भाषा सर्वोपरि है। भाषाओं के अध्ययन में इसी का सबसे ऊँचा स्थान है। यही कारण है कि सभी सभ्य देशों में शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जाती है।

विकल्पों में से उपयुक्त शब्द का चयन कर रिक्त स्थान (5) की पूर्ति कीजिए।


 

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